धर्मशाला, 29 दिसंबर 2023: हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में वोकेशनल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सरकार ने वोकेशनल शिक्षा के तहत पढ़ाए जा रहे ट्रेड की पाठ्य पुस्तकों को नए सिरे से डिजाइन करने का फैसला किया है। इसके लिए समग्र शिक्षा विभाग ने सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है, जो 1 जनवरी तक चलेगी।
कार्यशाला में सभी जिलों से 30 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इनमें प्रोफ़ेसर्स, आईटीआई प्रशिक्षक, व्यावसायिक प्रशिक्षक और व्यावसायिक स्कूलों के अनुभवी व्यावसायिक प्रशिक्षक शामिल हैं। इन सभी विशेषज्ञों का सहयोग लेकर नई पाठ्य पुस्तकों को डिजाइन किया जा रहा है।
कार्यशाला का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क परियोजना के भीतर पाठ्य पुस्तकों को विकसित करना है। इससे छात्रों को रोजगार से संबंधित सिलेबस को पाठ्यक्रम में शामिल करने में मदद मिलेगी। इससे छात्रों को कोर्स करने के बाद नौकरी मिलने में आसानी होगी।
सूत्रों की मानें तो डिजाइन की गई पाठ्य पुस्तकों को पंडित सुंदरलाल शर्मा केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान भोपाल को भेजा जाएगा। यहां से अप्रूवल आने के बाद राज्य भर के ऐसे स्कूल, जहां वोकेशनल शिक्षा दी जा रही है, उन स्कूलों में पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएंगी।
समग्र शिक्षा के परियोजना निदेशक राजेश शर्मा का कहना है कि चरणबद्ध तरीके से अन्य ट्रेडों में भी पाठ्य पुस्तकों के डिजाइन के विस्तार करने की योजना बनाई जा रही है।
यह कदम हिमाचल प्रदेश में वोकेशनल शिक्षा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नई पाठ्य पुस्तकों से छात्रों को रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी और वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकेंगे।